“कला हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, इसके बिना जीवन संभव नहीं है। कला एक संस्कृत शब्द है जो ‘कल’ धातु से बना है जिसका अर्थ है सुंदर और मधुर, ‘कल’ का अर्थ है आनंद, ‘इतिकला’ अर्थात जो मानव मन, मस्तिष्क और आत्मा को आनंद से भर दे उसे कला कहते हैं।”